देवगढ़ के किला का गोन्डी गाना
देवगढ़ किला छिंंदवाड़ा से लगभग 43 किमी दूर मोहखेड़ के पास यह किला स्थित है। यह 16 वीं शताब्दी का बना हुआ है। यह मध्यभारत के बड़े गोयनड राजवंश का केन्द्र बिंदु था और गोंडवंश के राजाओं की राजधानी के रूप में प्रसिद्ध था। कहा जाता है कि इसकाे गोयनद राजा जाटव के द्वारा बनाया गया था। यह किला पहाड़ी पर बनाया गया है और गहरी खाई से लगा हुआ है। इस किले में आप उत्तर दिशा से प्रवेश कर सकते हैं। यह किला ऐतिहासिक महता की कहानी को बखान करता है। इस किले में एक तालाब है जो मोती टांका के नाम से जाना जाता है। देवगढ़ के नीचे धुरवा राजाओं की समाधि है। यहां आकर यहां के इतिहास को जानने का पूरा मौका मिलता है। अगर आप भी इतिहास को जानने के शौकीन हैं तो यहां पर एक बार जरूर जाएं। यह काफी प्रसिद्ध है। ऐतिहासिक दृष्टि से भी यह किला काफी महत्वपूर्ण है। यह किला एक ऊंचे पर्वत पर बना हुआ है। इस किले के आस-पास की प्राकृतिक सुंदरता भी देखने योग्य है। 16 वी शताब्दी में यह जगह गोंड वंश की राजधानी थी। विभिन्न पुरातात्विक संरचनाएं जैसे महल, किला और अन्य इमारतें अपनी सुंदरता के कारण अधिक संख्या में पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर ख...